तद्देशकं, जुनैद कैप्पाणी ‘स्पर्शम्’ को राष्ट्रीय ध्यान मिल रहा है

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जनता के प्रतिनिधि के रूप में केरल के वयनाड जिला पंचायत कल्याण स्थायी समिति के अध्यक्ष और वेल्लमुंडा मंडल के सदस्य( Junaid Kaippani ) जुनैद कैप्पाणी, विकास गतिविधियों और सार्वजनिक कार्यों के क्षेत्र में एक अलग और नवीन शैली और दृष्टिकोण अपनाते हुए, देश की स्थानीय शासन प्रणाली में एक उल्लेखनीय प्रतिमान बन रहे हैं। जनता के प्रतिनिधि के रूप में अपने नागरिकों के कल्याण के लिए लागू करनेवाले जुनैद कैप्पाणी की पचास से अधिक बेजोड़ वैविध्यपूर्ण परियोजनाओं पर चर्चा हो रही है।

  1. पंचायत वार्ता श्रृंखला (पंचायत टॉक सीरीज़)
    जुनैद कैप्पाणी की सबसे उल्लेखनीय सफल कदम पंचायत टॉक सीरीज़ है, जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में छपी है और प्रमुख अंग्रेज़ी पत्रिकाओं में स्टॉरी न्यूज़ के रूप में प्रकाशित हुई है। सत्ता के विकेंद्रीकरण और स्थानीय शासन के केरलीय अनुभवों को वर्तमान समय के साथ जोड़कर सरल रूप से समग्र परिचय देनेवाली जुनैद की यूट्यूब वीडियो श्रृंखला है पंचायत वार्ता। केरल के विशेष परिप्रेक्ष्य में बुनियादी बातों पर ज़ोर देते हुए सत्ता का विकेंद्रीकरण और योजना, पंचायत प्रणाली और स्थानीय प्रशासन, जनता के प्रतिनिधियों के कर्तव्य आदि की संक्षेप में प्रस्तुति वार्ता श्रृंखला की विशेषता है। केरल समाज की बढ़ती आकांक्षाओं और जनप्रतिनिधियों से श्रोताओं द्वारा की गई व्यावहारिक माँगों के संबंध में सभी स्तरों के विचारों और विषयों पर चर्चा करते हुए टॉक सीरीज़ आगे बढ़ रही है।
    2.विकास मीठा संगम
    उद्घाटन कार्यक्रमों में ‘न्यू जेन स्टाइल’ अपनाकर डिवीज़न चलानेवाला ‘विकास मीठा संगम’ और एक विशेष योजना है। इस कार्यक्रम के तहत जिला पंचायत द्वारा कार्यान्वित विकास योजनाओं के लाभार्थी अपने-अपने क्षेत्रों में एकत्रित होकर पूरी हो चुकी योजनाओं के समर्पण के उत्सव में मिठाई खाकर भागीदार बनते हैं। ‘विकास मीठा संगम’ एक ऐसा मिलन है जिसका उद्देश्य केवल उद्घाटन कार्यक्रम से परे लोगों के विकास संबंधी विचारों का संचयन करना है। ऐसे संयोग का उद्देश्य लोगों की भागीदारी से डिवीज़न का व्यापक और पूर्ण विकास सुनिश्चित करना है। योजना के पूरा होने के बाद समर्पण कार्यक्रम में रिबन काटने के पारंपरिक उद्घाटन समारोह के प्रतीकात्मक दृष्टिकोण के बदले जुनैद कैप्पाणी की नवीन उद्घाटन अवधारणा – ‘विकास मीठा संगम’ को लोग एक अलग अनुभव के रूप में ले रहे हैं।
  2. नेतृत्व संस्थान (एल.आई.पी.पी)
    एल.आई.पी.पी (लीडरशिप इंस्टीट्यूट फॉर पॉलिटिकल प्रैक्टिस) एक प्रशिक्षण कार्यक्रम है जिसे जुनैद कैप्पाणी अपने डिवीज़न में सफलतापूर्वक लागू करते आ रहे हैं। यह एक आदर्श शैक्षणिक योजना है। 9 वीं कक्षा से लेकर प्रथम वर्षीय स्नातक तक के होशियार छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाता है। यह दस माह की अवधि का निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम है। हर सत्र सूक्ष्म बैचों में आयोजित किए जाते हैं। एल.आई.पी.पी के तहत भाषण, लेखन कार्य, आयोजन, सार्वजनिक कार्य आदि में विशेषज्ञों के नेतृत्व में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने की परिकल्पना की गई है।
  3. ‘गोत्र क्षेम’ – आदिवासी कल्याण योजना
    ‘गोत्र क्षेम’ जनजातीय कल्याण के उद्देश्य से जुनैद कैप्पाणी के नेतृत्व में एक सामुदायिक संपर्क कार्यक्रम है। गोत्र-कल्याण एक बहुआयामी परियोजना है। इसके अंतर्गत यह सुनिश्चित किया जाता है कि आदिवासियों के लिए सरकारों द्वारा घोषित विभिन्न योजनाओं का लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक पहुँचता है। इस बात की जाँच भी होती है कि क्या आदिवासी विकास निधि का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाता है। साधारण तौर पर बाहरी सभ्यताओं से विमुख आदिवासी लोगों को अपने अधिकारों के बारे में समझाना और उन्हें विभिन्न विकास परियोजनाओं में भागीदार बनाना, स्वास्थ्य और शिक्षा के मामलों में शामिल कराना, विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के कल्याणकारी कार्यक्रमों को जनजातीय समुदायों तक सही ढंग से पहुँचाना, आदिवासी कॉलोनियों को नशा मुक्त कॉलोनियों में परिवर्तित करने के लिए नियमित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना, जनजातीय समूहों के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए उचित हस्तक्षेप करना, व्यक्तियों और संगठनों का पता लगाकर उन्हें सबसे अधिक वंचितों तक पहुँचाना और आवश्यक सहायता प्रदान करना, शैक्षिक पिछड़ेपन को हल करना आदि ‘गोत्र क्षेम’ – आदिवासी कल्याण योजना के मुख्य लक्ष्य हैं।
  4. खुशी की आवाज
    ‘हैप्पीनेस वॉयस’ वेलामुंडा डिवीज़न के नागरिकों की खुशी को बनाए रखने और उसकी रक्षा करने के उद्देश्य से शुरू किया गया एक मानसिक-स्वास्थ्य कार्यक्रम है।
    कार्यक्रम को विशेषज्ञ मनोवैज्ञानिकों और परामर्शदाताओं की सहायता से डिवीज़न में क्रियान्वित किया जाता है। वर्ल्ड हैप्पीनेस डे 2022 पर लॉन्च किए गए इस प्रोग्राम को काफी अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है।
    वर्तमान में ऐसी स्थिति है जहाँ बहुत से लोग भूल जाते हैं कि खुशी क्या है। यह एक ऐसा समय होता है जब किसी के पास खुश होने या ज़ोर से हँसने का समय नहीं होता है। ‘हैप्पीनेस वॉयस’ कार्यक्रम का उद्देश्य खोई हुई खुशियों को बहाल करना है।
    कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को जागरूक और सचेत करवाना है कि सबसे मूल्यवान चीज़ खुशी है। जुनैद कैप्पाणी का कहना है कि ‘हैप्पीनेस वॉयस’ की नई अवधारणा इस विचार से बना है कि विकास के आर्थिक और भौतिक मानदंडों के बजाय लोगों के स्वास्थ्य और खुशी को ध्यान में रखकर उचित विकास का मूल्यांकन किया जाना चाहिए।
    आर्थिक, सामाजिक और वैज्ञानिक विकास और प्रगति के बीच भी मनुष्य के इतना बेचैन और अस्वस्थ रहने का कारण क्या है? इस समस्या का समाधान खोजनेवाली यह योजना वर्तमान समय में काफी प्रासंगिक है।
    ‘हैप्पीनेस वॉयस’ का मानना है कि हमारी सोच व जीवन शैली में नकारात्मक प्रवृत्तियों एवं व्यवहारों का समावेश हो जाना अक्सर मनुष्य की शांति को नष्ट कर देता है।
    हैप्पीनेस वॉयस के अनुसार भले ही सरकारें लोगों को शांति और खुशी लाने के लिए विविध विकास-योजनाओं का इंतज़ाम करते हैं, लेकिन प्रत्येक व्यक्ति की सोच और जीवन-शैली में समयोजित परिवर्तन अगर न हो, तो देश की पूर्ण प्रगति सुनिश्चित करना असंभव है।
    भावनाओं और दोस्ती को साझा करने से स्वस्थ सामाजिक परिवर्तन ला सकते हैं। आधुनिक दुनिया की संकीर्णता और स्वार्थपरकता से हटकर एक विशाल माहौल के निर्माण में तथा सामाजिक हित की भावना को आत्मसात करते हुए सहयोग के साथ रहने के लिए व्यक्तियों को सक्षम बनाया जाना आवश्यक है। निजी जीवन और सामाजिक वातावरण में खुशी खोजने के लिए, विचारों को सक्रिय बनाने के लिए ‘हैप्पीनेस वॉयस’ की सेवा हमेशा उपलब्ध रहती है।
    6.विकास सभा
    वयनाड जिला पंचायत वेलामुंडा डिवीज़न के व्यापक विकास के लिए जनमत और भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से डिवीज़न के भीतर विभिन्न क्षेत्रों के लोगों का एक संघ है – विकास सभा।
    देश की भलाई के लिए समाज के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों की सेवाओं का उपयोग करना, उनसे निकलनेवाले विचारों को संहिताबद्ध करना, इसपर सार्वजनिक चर्चा के लिए अवसर पैदा करना, विकास की स्थिरता के बारे में उभरती धारणाओं को डिवीज़न के नव-निर्माण के लिए उपयोग करना और स्थानीय तौर पर विकास परिषद में उभरनेवाले विचारों को लागू करने की पहल करना जैसी बातों पर यह योजना बल देती है।
    इंजीनियर, डॉक्टर, शिक्षक, एडवेकेट्स, व्यापारी, उद्यमी, छात्र-युवा और बुजुर्ग संगठनों के प्रतिनिधि, राजनीतिक नेता, सांस्कृतिक कार्यकर्ता, कला और खेल क्षेत्र के लोग, स्वैच्छिक संगठन, महिला समूह, आदिवासी संगठन, पूर्व जन-प्रतिनिधि, पुस्तकालयाध्यक्ष, विभिन्न श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि, किसान, कर्मचारियों, दिव्यांगों, प्रवासियों आदि की अलग-अलग बैठक बुलाते हुए आयोजित की जानेवाली ​​एक स्थायी प्रणाली है – ‘विकास सभा’।
  5. हम भी हीरो होंगे
    ‘वी विल बी हीरोज़’ सार्वजनिक परीक्षा के उम्मीदवारों के लिए जुनैद कैप्पाणी के नेतृत्व में एक विशेष कार्यक्रम है। ‘हमारे बच्चों को हम ही कसकर पकड़ें’ – यह सन्देश देनेवाला कार्यक्रम है – हम भी हीरो होंगे । बच्चों को परीक्षा के लिए यथावत प्रयास करने में सक्षम बनाएं, उनका उत्साह बरकरार रखें, तनाव मुक्त होकर परीक्षा का सामना करने की तैयारी करें आदि गतिविधियाँ इस कार्यक्रम के अंतर्गत चलती हैं। बच्चे भले ही बहुत मेधावी और प्रतिभाशाली हों, अगर वे डर जाएं, तो वे अच्छी तरह परीक्षा का सामना नहीं कर सकेंगे। इसे दूर करने के उपाय बताते हुए, परीक्षा को एक सकारात्मक अनुभव बनाने के लिए उन्हें प्रशिक्षित करना ‘वी विल बी हीरोज’ कार्यक्रम का लक्ष्य है।
  6. क्षण पर भोजन
    यह वेल्लमुंडा डिवीज़न को ‘भूख मुक्त मंडल’ बनाने के उद्देश्य से लागू किया गया एक कार्यक्रम है। यह अपने मंडल के अंदर के भूखे लोगों के लिए एक विशेष योजना है।
  7. डिविज़न वेलफेयर डेस्क
    डिवीज़न वेलफेयर डेस्क (DWD) वेल्लमुंडा मंडल के लोगों के कल्याण और समृद्धि को ध्यान में रखकर लागू की गयी जुनैद कैप्पाणी की एक योजना है। डी.डब्ल्यू.डी. डिवीज़न के लोगों की शिकायतों के निवारण के लिए एक एकीकृत आयोजना है। डिवीज़न वेलफेयर डेस्क को इस तरह से स्थापित किया गया है कि जनता डिजिटल प्लेटफॉर्म और हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से अपने मुद्दों को प्रस्तुत कर सके।
  8. ग्रामादरम
    ‘ग्रामादरम’ डिवीज़न की सीमा के भीतर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करनेवाले प्रतिभाओं को सम्मानित करने के लिए लागू की गयी योजना है। सफल प्रस्तुतकर्ताओं को डिवीज़न सदस्य के आधिकारिक मान्यता पत्र सौंपकर सम्मानित करना तथा उनकी प्रतिभा को बढ़ाना इस कार्यक्रम का उद्देश्य है।
  9. कल्याण पारदर्शी हो
    वयनाड जिला पंचायत के कल्याण स्थायी समिति के बैठकों में पर्यवेक्षकों के रूप में जन-भागीदारी का स्वागत करनेवाला कार्यक्रम है – “कल्याण पारदर्शी हो”। नागरिकों को प्रशासन कार्य को सीधे देखने का अवसर देनेवाली, कल्याण स्थायी समिति के अध्यक्ष जुनैद कैप्पाणी की इस योजना पर खूब चर्चा हो रही है।
  10. प्रवासी केयर
    जुनैद कैप्पाणी की ‘प्रवासी केयर’ अन्य राज्यों और विदेशों में काम करनेवाले वेल्लमुंडा के नागरिकों के कल्याण के लिए बनाया गया विशेष कार्यक्रम है। प्रवासियों से संबंधित मुद्दे, समस्याएँ, शंकाएँ आदि को खुले मन से प्रकट करने और उनका समाधान खोजने के लिए तथा विकास के मामलों पर राय प्रकट करने के लिए डिविज़न स्तरीय ‘प्रवासी केयर’ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सक्रिय है।
  11. जॉब बैंक
    ‘जॉब बैंक’ डिवीज़न सीमा में शिक्षित बेरोज़गारों को रोज़गार खोजने में मदद करने की एक योजना है। जॉब बैंक कई युवाओं को देश और विदेश के सर्वश्रेष्ठ संगठनों में आकर्षक वेतनवाली नौकरी खोजने की सुविधा प्रदान कर रहा है।
  12. रचनात्मकता के लिए एक केंद्र (‘क्रिएटिव स्पेस’)
    यह डिवीज़न के भीतर कलाकारों और लेखकों को प्रोत्साहित करने की योजना है। यह ऐसा कार्यक्रम है जो अप्रकाशित कलात्मक रचनाओं को बाहरी दुनिया तक पहुँचाने में मदद करता है।
  13. मंडल-केंद्रीकृत कार्यालय व्यवस्था
    वयनाड जिला पंचायत के वेल्लामुंडा डिवीज़न का कार्यालय, केरल में जिला पंचायत डिवीज़न स्तर के मुख्यालय में संचालित पहला और वर्तमान में एकमात्र केंद्रीकृत कार्यालय है। कार्यालय में एक हेल्प डेस्क की सुविधा इस तरह से व्यवस्थित की गई है कि लोग अपनी शिकायतों को सीधे जिला पंचायत प्रतिनिधि को रिपोर्ट कर सकते हैं और आम आदमी समझ सकता है कि त्रिस्तरीय प्रणाली के शीर्ष निकाय में किस तरह के विकास के मामले चल रहे हैं। साथ ही जनता को विकास परामर्श सत्र की सुविधा भी प्रदान की जाती है।
  14. पंचायत राज रफरेंस पुस्तकालय
    जुनैद कैप्पाणी के पास पंचायत राज व्यवस्था के बारे में आम जनता और नए जन-प्रतिनिधियों को परिचित कराने के लिए विभिन्न पुस्तकों का संग्रह है। कार्यालयों में ज़रूरतमंदों के लिए संदर्भ पुस्तकालय की सुविधा की भी व्यवस्था की गई है।
  15. चेयरमैन केयर लंच
    कलपट्टा सिविल स्टेशन जिला प्रशासन कार्यालय है जहां वायनाड जिले के विभिन्न हिस्सों से सैकड़ों लोग प्रतिदिन विभिन्न उद्देश्यों के लिए आते हैं। ‘चेयरमैन केयर लंच’ कल्याण स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में जुनैद कैप्पाणी का एक विशेष कार्यक्रम है, जो उन लोगों को मुफ्त लंच कूपन प्रदान करता है जो भोजन के लिए वित्तीय कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। ज़रूरतमंद जिला पंचायत कल्याण स्थायी समिति कार्यालय से कूपन लेकर भोजन प्राप्त कर सकते हैं। भूखों को भोजन उपलब्ध कराने के लक्ष्य से चलानेवाला यह कार्यक्रम बहुत प्रभावशाली है।
  16. बाल जिला पंचायत डिवीज़न
    बाल जिला पंचायत डिवीज़न 10 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के नेतृत्व गुणों को पोषित करने और लोकतांत्रिक व्यवस्था और स्थानीय सरकार के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए जिला पंचायत डिवीज़न स्तर पर बच्चों के लिए एक योजना है। यह देश का एकमात्र बाल जिला पंचायत डिवीज़न है। इस योजना का उद्देश्य वेल्लमुंडा डिवीज़न की नई पीढ़ी में सामाजिक ज़िम्मेदारी पैदा करना है।
  17. अविष्कार
    ‘अविष्कार’ वायनाड जिला पंचायत के वेल्लमुंडा डिवीज़न में मीडियाकर्मियों, लेखकों और उनकी पुस्तकों को सक्रिय करने का एक कार्यक्रम है। डिवीज़न की पुस्तकालय नेतृत्व समिति के सहयोग से पुस्तक चर्चा, लेखकों के साथ वाद-विवाद, कार्यशालाएँ, कविता मंच, साहित्यिक चर्चाएँ, मासिक टेबल टॉक आदि इस योजना के अंतर्गत चलनेवाली मुख्य गतिविधियाँ हैं।
  18. स्पीच क्राफ्ट (भाषण शिल्प)
    स्पीच क्राफ्ट वायनाड जिला पंचायत के वेल्लमुंडा डिवीज़न के नेतृत्व में आम जनता के लिए एक भाषण प्रशिक्षण कार्यक्रम है। मंच का डर दूर करने और आकर्षक शैली में निर्बाध गति से बोलने को सक्षम बनानेवाला ‘स्पीच क्राफ्ट’ विशेषज्ञों के नेतृत्व में एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम है।
  19. जनता रिलीफ (जनता राहत)
    यह एक ऐसी योजना है जो ज़रूरतमंद मरीज़ों को जितनी ज़रूरत हो उतनी दवाएँ मुफ़्त में दिलाने में मदद करती है। ‘जनता राहत’ डिवीज़न की सबसे उल्लेखनीय परोपकारी गतिविधि है।
  20. डेवलपमेंट काउंसिल (विकास परामर्श)
    ‘डेवलपमेंट काउंसिल’ (विकास परामर्श) जुनैद कैप्पाणी का एक अत्यधिक जनोपकारी कार्यक्रम है जो डिवीज़न के लोगों को जटिल स्थानीय विकास मुद्दों के समाधान खोजने में मदद करने के लिए विशेष तकनीकी सलाह, मार्गदर्शन और परामर्श की सुविधाएँ प्रदान करता है।
  21. ‘ज़ीरो साईबर क्राइम’ (शून्य साइबर अपराध)
    ‘ज़ीरो साईबर क्राइम’ (शून्य साइबर अपराध) वयनाड जिला पंचायत के वेल्लमुंडा डिवीज़न और साइबर सुरक्षा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक व्यापक योजना है जिसमें नागरिकों को लगातार बढ़ते साइबर अपराध से बचाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम और व्यक्तिगत परामर्श देते रहते हैं।
  22. बेड बैंक
    ‘बेड बैंक’ वयनाड जिला पंचायत के वेल्लमुंडा डिवीज़न के नेतृत्व में गरीब रोगियों को मुफ़्त बिस्तर की सुविधा प्रदान करनेवाली एक गतिविधि है। यह बिस्तर पर पड़े गरीब रोगियों के लिए बिस्तरों को इकट्ठा करके और वितरित करके प्रभावशाली बन गयी एक उल्लेखनीय व आदर्श योजना है।
  23. मेडिसिनल स्ट्रीट (औषधीय सड़क)
    औषधीय सड़क की अवधारणा सबसे पहले केरल में वेल्लमुंडा में जुनैद कैप्पाणी के नेतृत्व में प्रस्तावित की गई थी। यह वयनाड जिला पंचायत वेल्लामुंडा डिवीज़न एवं सोशियल फोरस्ट्री व रेज़िडेंस एसोसिएशन के संयुक्त सहयोग से डिवीज़न में मेडिसिन स्ट्रीट के निर्माण करनेवाली एक योजना है। औषधीय पौधे लगाकर वेल्लमुंडा मुंडक्कल कॉलोनी रोड के सौंदर्यीकरण कार्यक्रम पहले से ही बहुत चर्चित है।
  24. कलरी ग्रामम्
    यह नई पीढ़ी को केरल की अनूठी मार्शल आर्ट कलरीपयट्टु का प्रशिक्षण देने की एक परियोजना है। वेलमुंडा डिवीज़न के छात्रों को मुफ्त में कलरी सीखने का अवसर प्रदान करने के लिए ‘कम्मना कडत्तनाटन कलरी संघ’ के सहयोग से डिवीज़न स्तर पर चलानेवाली ‘कलरी ग्रामम्’ योजना काफी उल्लेखनीय है।
  25. मधुरम् मधुमेहम् योजना
    जिला पंचायत वेल्लामुंडा डिवीज़न के नेतृत्व में डिवीज़न के अधीनस्थ आंगनवाड़ियों और सांस्कृतिक केंद्रों में जनता को मुफ्त मधुमेह जाँच सुविधा हेतु ग्लूकोमीटर प्रदान करने की एक योजना है – ‘मधुरम् मधुमेहम’।
    दुनिया में 20 करोड़ से ज्यादा लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। इस जीवन-शैली बीमारी में रक्त के शुगर का स्तर अचानक उठता या गिरता है। प्रत्येक आठ सेकेंड में एक व्यक्ति की मधुमेह के कारण मृत्यु हो जाती है। ”मधुरम् मधुमेहम’ डिवीज़न सीमा के ग्रामीण लोगों के लिए आयोजित विशेष प्रकार की योजना है जो मधुमेह की सटीक जाँच द्वारा उनके स्वास्थ्य में सुधार की सुविधा प्रदान करती है ।
    ‘मधुरम् मधुमेहम्’ योजना के अधीन स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से विशेषज्ञों को शामिल करते हुए जागरूकता कार्यक्रम और शिविरों का आयोजन भी किया जाता है।
  26. नशा विरोधी सेना
    वयनाड जिला पंचायत वेलफेयर स्थायी समिति विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से स्कूलों में नशा के खिलाफ जागरूकता अभियान चला रही है। जिले भर के चयनित स्कूलों में “नशा विरोधी सेना” गठित करके प्रस्तुत योजना को कार्यान्वित किया जा रहा है। यह पद्धति नशा विरोधी गतिविधियों के तहत एक अलग प्रकार की कार्रवाई है।
    29.मेगा बधाई समारोह
    मेगा बधाई समारोह एक ऐसा मंच है जहाँ स्वैच्छिक संगठनों की मदद से, वेलामुंडा डिवीज़न में सार्वजनिक परीक्षा – विशेष रूप से एस.एस.एल.सी और प्लस टू परीक्षा उत्तीर्ण करनेवाले सभी छात्रों को (उनके उत्तीर्ण ग्रेड के बावजूद) सम्मानित किया जाता है। साथ ही, विशेषज्ञों की भागीदारी के साथ उच्च शिक्षा संबंधित दिशा-निर्देश देने के लिए परामर्श कक्षाएँ भी प्रदान की जाती हैं।
  27. जीवन रक्षा स्पर्श
    वयनाड जिला पंचायत वेल्लामुंडा डिविज़न द्वारा डॉ. मूपेन्स मेडिकल कॉलेज के सहयोग से डिविज़न में कार्यान्वित बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) प्रशिक्षण कार्यक्रम है ‘जीवन रक्षा स्पर्श’ योजना।
    किसी दुर्घटना या अन्य शारीरिक कष्ट के अवसर पर प्राथमिक इलाज प्रदान करने में आम जनता को वैज्ञानिक रूप से सक्षम करवाना इस प्रशिक्षण का उद्देश्य है।
    ज़रा सोच लें, किसी ऐसा व्यक्ति जिसके साथ आप चल रहे हैं, या जिसे आप देख रहे हैं, वह अचानक बेहोश होकर नीचे गिर जाता है। या जब मछली का कांटा किसी के गले में फँस जाए तो हमारा क्या रिएक्शन होगा। वह हमारा दोस्त या रिश्तेदार है तो हम रोएँगे और शोर मचाएँगे। अगर वह कोई अजनबी है, तो हम दौड़कर उसके पास चलेंगे और बस देखते रहेंगे । वास्तव में एक जीवन जिसे समय पर हस्तक्षेप करके बचाया जा सकता है, वह हमारे सामने असहाय पड़ा रहता है।
    ऐसी गंभीर परिस्थितियों में उचित रूप से हस्तक्षेप करते हुए दूसरों के जीवन के संरक्षक बनने के लिए लोगों को सक्षम करवाना ‘जीवन रक्षा स्पर्श’ प्रशिक्षण कार्यक्रम लक्ष्य करता है।
  28. वयोदीपम्
    वयनाड जिला पंचायत वेलामुंडा डिवीज़न के सभी नागरिक जिनकी आयु 84 वर्ष से अधिक है, उन्हें उनके भवनों में जाकर सम्मानित करने को और उनसे आत्मीयता प्रकट करने के लिए आयोजित पद्‌धति है – वयोदीपम्।
    ” ‘एक हज़ार पूर्णिमा देखना!’ औसत भारतीय की उम्र को देखते हुए जश्न मनाने लायक है। भगवान को धन्यवाद देना एक दायित्व है। ” (वाराणसी – एम. टी. वासुदेवन नायर)
    ऐसा अनुमान है कि एक 84 वर्षीय व्यक्ति ने अपने जीवन काल में एक हज़ार पूर्णिमा को देखा होगा। यह एक लंबे, घटनापूर्ण और धन्य जीवन के उज्ज्वल गोधूलि को चिह्नित करेगा।
    जीवन की इस धन्यता को, अच्छाई, ज्ञान और अनुभव के अपार स्रोतों का सम्मान करना एक विवेकपूर्ण एवं विनम्र समाज की ज़िम्मेदारी और खुशी है। ‘वयोदीपम्’ योजना का उदय इस अहसास पर आधारित है।
    केरल में इस प्रकार की सर्वप्रथम योजना है – ‘वयोदीपम्’। इसका उद्देश्य मुख्य रूप से 84 वर्ष की आयु पार कर चुके डिवीज़न के प्रत्येक महद् व्यक्तियों से उनके घर पहुँचकर मुलाकात करना तथा उनसे आदर प्रकट करना है। उनके अनुभवों के बारे में पूछकर उनके साथ विचारों का एक धन्य आदान-प्रदान करना भी इस योजना का लक्ष्य है।
  29. डिवीज़न डेमोग्राफ़ी
    विश्व जनसंख्या दिवस 2022 के अवसर पर वयनाड जिला पंचायत वेल्लामुंडा डिवीज़न द्वारा डिवीज़न सीमा की जनसंख्या से संबंधित जानकारी को एकत्रित कर आयोजित किया गया जनसंख्या रिकॉर्ड है – डिवीज़न डेमोग्राफी।
  30. राष्ट्रीय कल्याण के लिए किशोरावस्था
    किशोरावस्था मानसिक और शारीरिक ऊर्जा की पराकाष्ठा का समय है। इस स्तर की युवा-शक्ति का उपयोग ग्रामीण-कल्याण के लिए करनेवाली योजना है यह।
    कक्षा 10 और 12 की परीक्षा उत्तीर्ण होनेवाले सैकड़ों छात्र इस योजना में जुड़ने की रुचि प्रकट करते हैं।
    रजिस्टर करनेवाले छात्रों को प्रस्तुत योजना के माध्यम से अपनी किशोरावस्था के कम से कम एक कीमती घंटे को सामुदायिक सेवा में समर्पित करने का काम सौंपा जाता है।
    समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अलग प्रकार की सेवा-गतिविधियों के लिए डिवीज़न के नेतृत्व में कई कुशल छात्र आगे आ रहे हैं जो गाँव की भलाई का हिस्सा बन रहे हैं।
    34.’विद्याविलक्क्’ (विद्या दीपम्)
    ‘विद्याविलक्क्’ डिवीज़न के नेतृत्व में कार्यान्वित एक शैक्षिक योजना है जो वयनाड जिला पंचायत वेलामुंडा डीवीज़न के प्राथमिक और हाई स्कूल के ज़रूरतमंद छात्रों के लिए मुफ्त अध्ययन सामग्री की व्यवस्था करती है।
    प्रस्तुत प्रोजेक्ट का संचालन इस प्रकार होता है कि पहले ज़िम्मेदार व्यक्तियों के नेतृत्व में ज़रूरतमंद छात्रों का पता लगाया जाता है, फिर प्रायोजकों को खोज निकालते हैं तथा छात्रों को उनकी ज़रूरत की स्टडी मेटीरियल खरीद देते हैं।
  31. संविधान अध्ययन क्लब (Constitution Learning Club)
    कॉन्स्टिट्यूशन लर्निंग क्लब वयनाड जिला पंचायत वेल्लामुंडा डिवीज़न के नेतृत्व में स्कूलों और पुस्तकालयों की भागीदारी के साथ काम करनेवाला एक मंच है, जो स्वातंत्र्योत्तर भारत की कानूनी प्रणाली और न्यायपालिका की विकासयात्रा के बारे में अध्ययन पर ज़ोर देता है।
    क्लब के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं… रचनात्मक संवाद के माध्यम से हमारे संविधान के भूत, वर्तमान और भविष्य पर विचार साझा करना, संविधान की मूल्य-संहिता एवं प्रणालियों का अध्ययन करना, देश की जनता की आशाओं, आकांक्षाओं और विचारों को प्रस्तुत करनेवाली संविधान की प्रस्तावना का गहन अध्ययन करना, संविधान के सभी भागों को संक्षेप में सरल तरीके से सारांशित करने के लिए कक्षाओं का आयोजन करना, देश के सभी लोगों को एकजुट करनेवाली प्रस्तावना की पंक्तियों के समसामयिक महत्व पर वाद-विवाद का आयोजन करना, कानूनी जागरूकता के लिए कक्षाएँ आयोजित करना, बच्चों के लिए स्टडी टूर आयोजित करना आदि।
  32. रीजियन फुड़
    ‘वटुआ’, ‘तुर माङ्‌गा’, ‘पेलायिला’, ‘पुलिपत्तिल’, ‘ञरलड़ा’, ‘अरियुंडा’, ‘इडियून्नि’, ‘शर्करा उप्पेरी’, ‘कटहल के चिप्स’, ‘कुरु उंडा’, ‘पिंञाणथप्पम्’, ‘कलथप्पम्’, ‘कसूरप्पम्’ आदि उत्तर वयनाड की पारंपरिक खाद्य उत्पादों से नई पीढ़ी को परिचित करवाने के लिए वेलामुंडा डिवीज़न के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में इन खाद्य वस्तुओं का उत्पादन, विपणन, और प्रशिक्षण को बढ़ावा दिया जाता है।
    37.टी.ए फॉर टी.एच (ट्रैवलिंग एलाउंस फॉर ट्रैवलिंग हेल्प)
    जिला पंचायत से जन प्रतिनिधियों के लिए सरकारी यात्रा भत्ते के रूप में प्राप्त राशि को वेलामुंडा डिवीज़न के ज़रूरतमंद गरीब छात्रों के यात्रा खर्च के लिए देने वाली जूनैद कैपाणी की विशेष योजना है ‘टी.ए फॉर टी.एच’I हर माह स्कूल के प्रधानाध्यापकों के पास ज़रूरतमंद छात्रों के लिए राशि सौंपकर योजना का क्रियान्वयन किया जाता है। योग्य छात्रों को प्रधानाध्यापक के केबिन से एस.टी राशि का भुगतान किया जाएगा। टी.ए फॉर टी.एच (ट्रैवलिंग एलाउंस फॉर ट्रैवलिंग हेल्प) नाम के विशेष कैश बॉक्स संबंधित स्कूलों के हेडमास्टर के केबिन में पहुँचाए जाते हैं।
  33. सैफ़ लेडी
    डिवीज़न की महिलाओं की आत्म सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से वयनाड जिला पंचायत वेलामुंडा डिवीज़न के नेतृत्व में आयोजित एक मुफ़्त कराटे प्रशिक्षण कार्यक्रम है सैफ़ लेडी (Safe Lady)। यह योजना Funakoshi Shotokan Karate-do India के सहयोग से कार्यान्वित की जा रही है।
  34. मिट्टी को जानो, बीज बोओ
    ‘बेहतर उपज के लिए मिट्टी को जानकर खेती करें’ – इस संदेश को लेकर डिवीज़न के किसानों के लिए क्रियान्वित कार्यक्रम है यह । यह योजना किसानों को जिला पंचायत के अत्याधुनिक मृदा परीक्षण केंद्र की सुविधाओं का उपयोग करने में सक्षम बनवाने पर लक्ष्य करती है। इस योजना के अंतर्गत वेलामुंडा डिवीज़न के किसानों के लिए विशेष हेल्प डेस्क के माध्यम से हर बुधवार फॉन काउंसलिंग की व्यवस्था भी की जाती है।
    40.फांक होंठ (क्लेफ्ट लिप) मुक्त वेलमुंडा
    यह वेलामुंडा डिवीज़न में फांक होंठ के पूर्ण उन्मूलन के लिए परिकल्पित एक मुफ़्त योजना है। ‘क्लेफ्ट लिप मुख-दोष निवारण शिविर’ का आयोजन कर योग्य लोगों की पहचान की जाती है तथा उनके लिए ‘पोचापन चैरिटेबल ट्रस्ट, ज्योतिर्गमया, वयनाड हार्ट बीट्स ट्रॉमा केयर’ आदि संस्थाओं के सहयोग से जस्टिस के.एस. हेगड़े इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साईन्स द्वारा निःशुल्क उपचार प्रदान की जाती है।
  35. ‘वेल्लमुंडा कम्बलम्’
    खेतीबारी से जुड़ी हुई लोकगीत परंपरा वास्तव में कृषि संबंधी ज्ञान-विज्ञान का कलेवर है। वेलामुंडा जिला पंचायत द्वारा आयोजित ‘कंबलनाट्टी पर्व’ में कृषि-जागरूकता के संवर्धन के लिए इन लोकगीत परंपराओं से लाभ उठाए जाते हैं।
    ‘कंबलम्’ पनिया-पुलया समुदाय की एक अनूठी पारंपरिक कला है, जो खेत में धान की रोपाई करते समय थुड़ी, चीनी, गीत और नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत की जाती है। कंबलनाट्टी जैविक खेती को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। कंबलनाट्टी पर्व नई पीढ़ी को यह सिखाता है कि कृषि जीवन का एक हिस्सा है। वैसे ही यह पर्व एक दृढ़ विश्वास और बोध प्रदान करता है कि कृषि जीववायु है। कंबलनाट्टी इस तथ्य पर बल देती है कि आनेवाली पीढ़ियों के अस्तित्व के लिए खेत व खेती को संरक्षित रखना अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है। प्रस्तुत पर्व के अवसर पर डिवीज़न के सर्वश्रेष्ठ किसानों को सम्मानित भी किया जाता है।
  36. सेरी कल्चर सेल
    सेरी कल्चर सेल वेलामुंडा डिवीज़न के रेशम उत्पादन में रुचि रखनेवाले किसानों को सहायता, मार्गदर्शन और प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए आयोजित हेल्पडेस्क सुविधा है। सेरी कल्चर बेहतर आय उत्पन्न करने का एक नया तरीका है। सेल द्वारा सेरी कल्चर को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान, प्रचार कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। डिवीज़न के सेरी कल्चर सेल के माध्यम से वेलामुंडा के अधिकाधिक किसान रेशम उत्पादन की ओर अग्रसर हो रहे हैं। इस योजना की सबसे बड़ी विशेषता यही है।
  37. मूव ऑन
    वेलामुंडा के ज़रूरतमंदों के लिए मुफ़्त कृत्रिम अंग कैलिपर प्रदान करनेवाली योजना है – मूव ऑन I सोशियल सर्विस आर्गनैज़ेष़न के सहयोग से जिला पंचायत वेल्लामुंडा डिविज़न इस योजना को क्रियान्वित कर रहे हैं।
  38. पादस्पर्श
    वयनाड जिला पंचायत वेल्लामुंडा डिविज़न के दिव्यांग-जनों को उनकी आवश्यकता के अनुसार मुफ़्त में जूते प्रदान करनेवाली योजना है – पादस्पर्श ।
    45.डिवीज़न बुलेटिन
    यह एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है जो नागरिकों को वेलामुंडा डिवीज़न की विकास गतिविधियाँ और कल्याणकारी योजनाओं के साथ-साथ सामान्य सूचनाएँ और सरकारी निर्देशों के बारे में अवगत करवाने में मदद करता है।
    46.पुस्तक विनिमय
    यह मौजूदा और नए पुस्तकालयों के लिए समाज के विभिन्न क्षेत्र के लोगों से किताबें एकत्र करने की एक योजना है।
  39. लोकल टूरिज़म् प्रमोषन सेल
    वेलामुंडा डिवीज़न के भीतर पर्यटकों को आकर्षित करने लायक क्षेत्रों के बारे में सूचना प्रदान करना, पर्यटकों के लिए सुझाव देना आदि उद्देश्यों के साथ काम करने वाला सेल है – लोकल टूरिज़म् प्रमोषन सेल ।
  40. कलर वेड्स (Weds Bank)
    शादी की पोशाक खरीदने के लिए पैसे की कमी के कारण डिवीज़न में कोई भी दुखी न रहे – ‘कलर वेड्स’ इस आशय को लेकर कार्यान्वित विशेष योजना है। ज़रूरतमंद दूल्हा-दुल्हन के लिए पूरी तरह से फ्री में कपड़ों की व्यवस्था की जाती है। खास बात यह है कि इस योजना के तहत दिए जाने वाले कपड़े शादी के बाद वापस देने की ज़रूरत नहीं है। यह योजना न केवल लड़कियों के शादी के सपनों को रंग देती है बल्कि दूल्हे के लिए भी मुफ्त में शादी के कपड़ों की व्यवस्था कर देती है।
  41. मुकाबला करें, उद्घाटक बनें
    यह एक ऐसा कार्यक्रम है जो आम जनता के लिए जिला पंचायत निधि से पूर्ण की गई योजनाओं के उद्घाटन करने का अवसर प्रदान करता है। कुछ योजनाओं के उद्घाटन के अवसर पर खेल और कला प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं तथा उनमें विजेता बननेवालों को योजना के उद्घाटक बनने का अवसर भी दिया जाता है।
  42. हिस्टरी टॉक
    ‘हिस्टरी टॉक’ वेलामुंडा डिवीज़न के इतिहास से संबंधित चर्चा और संवादों को प्रोत्साहित करनेवाला कार्यक्रम है। जुनैद कैपाणी ने स्वयं वेलामुंडा की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को विभिन्न भागों में एक वीडियो श्रृंखला के माध्यम से प्रस्तुत किया है। नई पीढ़ी में स्थानीय इतिहास के प्रति जागरूकता पैदा करना हिस्टरी टॉक कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य है।

जनता के प्रिय प्रतिनिधि
जुनैद कैपाणी( JUNAID KAIPPANI ) के कई अनोखे एवं नवीन कार्यक्रम उन्हें लोकप्रिय जन-प्रतिनिधि बनाते हैं।
“देश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की रोशनी बिखेरनेवाली हर एक विकास-योजनाओं के बारे में अवगत होना प्रत्येक नागरिक का अधिकार है, साथ ही खुशदायक भी। इस तथ्य को आत्मसात करना जनप्रतिनिधियों की ज़िम्मेदारी है।” – अपने फेसबुक पेज पर फॉलोअर्स की संख्या एक लाख तक पहुँचने पर लोगों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए जुनैद कैप्पाणी ने ये शब्द लिखे हैं।
देश के व्यापक और समग्र विकास के लिए जुनैद कैप्पाणी के प्रयास भारत की विकेंद्रीकृत लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए एक नया मॉडल बन रहे हैं। लोकप्रिय प्रतिनिधि बन चुके जुनैद की प्रगति को देश दिलचस्पी से देख रहा है।
संघर्ष में मज़बूत नेतृत्व
वयनाड जिला पंचायत वेलफेयर स्टैंडिंग कमिटी के अध्यक्ष और एल.डी.एफ जिला पंचायत संसदीय दल के नेता जुनैद कैप्पाणी जनतादल (एस) के वर्तमान जिला महासचिव हैं।
विद्यार्थी जनता दल के स्टेट अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय सचिव के रूप में, युवा जनता दल के राज्य सचिव और राष्ट्रीय समिति के सदस्य के रूप में भी उन्होंने काम किया है। जनता दल एस के राज्य समिति सदस्य और जिला उपाध्यक्ष के रूप में भी उन्होंने सेवा की।
युवा-जनसेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, मातृभूमि स्टडी सर्कल के जिला अध्यक्ष, मौलाना आज़ाद सांस्कृतिक मंच – छात्र विंग के स्टेट कनवीनर, केरल शराब-निषेध समिति के राज्य कार्यकारी अध्यक्ष, बस पैसंजर्स काउनसिल के जिला सचिव, प्रवासी जनता सांस्कृतिक मंच (पी.जे.सी.एफ) के खत्तर चैप्टर के अध्यक्ष आदि पदों का कार्यभार भी उन्होंने संभाला। हिंद मज़दूर सभा (एच.एम.एस) के जिला सचिव, लेट्स चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष और एग्रीलैड प्रोग्रेस फाउंडेशन के निदेशक के पद पर भी वे आसीन हैं।
जिला पंचायत स्थायी समिति केरल चैंबर के अध्यक्षीय मंडल के स्टेट जनरल सचिव, ‘सुगतवनम चैरिटेबल ट्रस्ट’ के स्टेट कनवीनर, वाइड लाइव न्यूज़ पोर्टल के संपादक, केरल इंस्टिट्यूट ऑफ लॉकल एडमिनिस्ट्रेशन (KILA) के एक्सटेंशन फैकल्टी आदि रूप में भी वे कार्यरत हैं। पी.एन पनिक्कर फाउंडेशन के जिला उपाध्यक्ष और सिदरा लिबरल आर्ट्स कॉलेज के कम्यूनिटी एनगैजमेंट डयरक्टर आदि के रूप में भी वे सेवारत हैं।
सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्र में सक्रिय रूप से उपस्थित जुनैद ने कई किताबें लिखी हैं। यात्रावृत्त ‘राप्पार्त्त नगरंगल’ मीडिया एक्सेलेंसी पुरस्कार से सम्मानित है। उन्हें सर्वश्रेष्ठ लोक कार्यकर्ता के लिए धर्मिकम् पुरस्कार और श्री नारायण गुरु संस्कारिक परिषद् पुरस्कार भी मिला है।
जुनैद ने हाई स्कूल शिक्षा के दौरान एस.एफ.आई के ज़रिए राजनीति में प्रवेश किया। एस.एफ.आई वेलामुंडा यूनिट के अध्यक्ष, पनमरम् एरिया के अध्यक्ष, एरिया सचिव और वयनाड जिला समिति के सदस्य इत्यादि पदों पर भी उन्होंने कार्य किया है। प्रस्तुत अवधि के दौरान वयनाड के सरकार स्कूलों में कंप्यूटर अध्ययन शुल्क से जुडे हड़ताल, वयनाड इंजीनियरिंग कॉलेज को जिले के अंदर ही रखने के लिए चलाई हड़ताल और बस कनसेषन के लिए आयोजित स्ट्राइक जैसे महत्वपूर्ण छात्र-संघर्षों में अग्रिम पंक्ति में भाग लिया है।
2004 में हाई स्कूल छात्र होने के बावजूद भी जुनैद कैप्पाणी ने रजनी.एस.आनंद नामक एक गरीब छात्रा की आत्महत्या के लिए ज़िम्मेदार स्वावलंबी शिक्षा व्यवसाय के विरोध में आयोजित संघर्ष में तथा जातिवाद के खिलाफ़ केरल में चलाए गए व्यापक छात्र आंदोलनों में भी भागीदारी की। वयनाड में हुए विरोध प्रदर्शनों का सफल नेतृत्व करने में वे हमेशा आगे थे।
कॉलेज की पढ़ाई के दौरान वे ‘विद्यार्थी जनता’ के प्रति आकर्षित हो गए। भारतीय राजनीति में समाजवादी प्रयोगों के बारे में पढ़कर तथा उससे प्रेरणा पाकर जुनैद जनता की राजनीति में प्रवेश किया। सोशियलिस्ट छात्र संगठन – मानंतवाडी निर्वाचन क्षेत्र के अध्यक्ष, जिला सचिव आदि पद पर भी आसीन हुए। फरवरी 2007 को चंगनाशेरी में आयोजित राज्य सम्मेलन में एस.एस.ओ राज्य समिति के सदस्य बने।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में वीरेंद्र पाटिल के कार्यकाल के दौरान, कैंपस छात्र राजनीति और छात्र संघ चुनावों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। दो दशक पुराने प्रतिबंध को दूर करने के लिए, छात्र जनता दल कर्नाटक इकाई ने जुलाई 2008 में बैंगलोर रेस कोर्स जंक्शन पर ‘छात्र राजनीति को फिर से शुरू करने’ (Re-introduce student politics) के नारे के साथ एक उल्लेखनीय भूख हड़ताल आयोजित की। इसमें जुनैद ने सक्रिय भागीदारी की। विद्यार्थी जनता दल के राष्ट्रीय सचिव के रूप में कार्य करने से जुनैद को कर्नाटक जनता दल के प्रमुख हस्तियों के साथ घनिष्ठ मित्रता रखने के लिए अवसर प्राप्त हुआ ।
2011 में, उन्हें विद्यार्थी जनता दल के केरल विश्वविद्यालय संघ संसदीय दल के नेता और फिर विश्वविद्यालय संघ के उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया।
उन्हें केरल विश्वविद्यालय संघ के इतिहास में वायनाड से आनेवाले पहले उपाध्यक्ष होने का गौरव भी प्राप्त है। उस समय जनतादल एस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा से विशेष सराहना भी उन्हें प्राप्त हुआ।
कोमर्स में स्नातक, परास्नातक और बी.एड की उपाधि प्राप्त जुनैद ने मनोविज्ञान में पी.जी की उपाधि भी हासिल की है।
वेलामुंडा में जन्म।
पिता मम्मूटी कैप्पाणी। माँ ज़ुबैदा। पत्नी जस्ना जुनैद (अध्यापिका)। बेटा आदिल जिहान। बेटी जेसा फातिमा।
ए.यू.पी स्कूल वेल्लामुंडा, जी.एम.एच.एस.एस वेल्लामुंडा और सेंट जोसेफ़ एच.एस.एस कल्लोडी से स्कूली शिक्षा। कालिकट विश्वविद्यालय, केरल विश्वविद्यालय और अन्नामलाई विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा।
लेटस् एजुकेशन सेंटर, नल्लुरनाडु ए.एम.एम.आर गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल, महाराष्ट्र नासिक इंग्लिश स्कूल और सिदरा लिबरल आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज में शिक्षक के रूप में काम करने वाले जुनैद एक उत्कृष्ट शिक्षाविद भी हैं।
किला (K।LA) और डिजिटल यूनिवर्सिटी के सहयोग से श्री नारायण गुरु ओपन यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित ‘विकेंद्रीकरण और स्थानीय शासन’ पर एक सर्टिफिकेट कोर्स पूरा करने के बाद अब लोकतंत्र से जुडे महत्वपूर्ण ग्रंथ का लेखन कार्य ज़ारी है।

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